आमजन यह सोच रहा है कि राजनेता और बड़े व्यापारी बैंकों की लाइन में क्यों नहीं है?
मोदी जी का कालेधन पर सर्जीकल स्ट्राइक क्या सफल होगा? यदि होगा तो कितना?
सरकार की कालेधन पर कार्यवाही को आंशिक सफलता मिल पायेगी...
क्योंकि कालेधन को सफ़ेद करने के ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनपर सरकार ने फैसले लेने की जल्दबाजी में ध्यान ही नहीं दिया।
आइये जानते हैं राजनेताओं और बड़े व्यापारियों द्वारा उपयोग में लिए गए नॉट एक्सचेंज के संभावित अवसर:
- सभी शहरों में हज़ारो ईमित्र काउंटर है जहां से रोजाना करोड़ों रुपये कलेक्ट्रेट के राजकीय खजाने में गिने चुने कर्मचारियों की देखरेख में जमा होता, यहाँ नोट एक्सचेंज आसानी से हो सकता है... और इसी तरह
- रोडवेज बस स्टैंड
- रेलवे
- सरकारी अस्पताल
- पोस्ट ऑफिस
- बिजली व टेलीफ़ोन डिपार्टमेंट
- ट्रैफिक पुलिस
- इत्यादि अनेको सरकारी विभाग जहां पब्लिक से पैसों का कलेक्शन होता है, वो कालेधन वालों की सेवा में हाजिर है
इन सबके अलावा लोगों ने अपने ID कार्ड कई सरकारी व गैर सरकारी संस्था जैसे ईमित्र, कॉलेज, मोबाइल कंपनियों में दे रखे है, जहां से उनकी कॉपी लेकर बैंक कर्मियों से मिलीभगत कर बैंकों से देश भर में लाखो करोडो रुपये एक्सचेंज किये जा चुके हैं....
और लाइन में खड़ा कई कष्ट सहन करता आम आदमी इस उम्मीद से खुश है कि हमारा देश बदलेगा..!!
इसके अलावा खाद्य सामग्री की स्टॉकिंग व जमीनों की खरीद फरोख्त में भी पैसा ठिकाने लगाया जा रहा है....
यदि अंडरवर्ल्ड, आतंकी और नक्सली भी बिज़नसमेन और नेताओं की मदद से अपना पैसा बचाने के ये रास्ते अपना रहे हैं तो यह देश के लिए बहुत ही खतरनाक स्तिथि हो सकती है... सरकार को इन सब पर भी कड़ी नज़र रखनी चाहिए, वरना आम आदमी जो देश के लिए कष्ट झेल रहा है उसका यह त्याग काफी हद तक व्यर्थ हो जायेगा।
In News:
Rs 2000 new currency notes worth over Rs 4 crore seized by Income Tax dept in Bengaluru
http://indianexpress.com/article/india/bengaluru-income-tax-raid-rs-4-crore-seized-4405135/
~ चेतन सिंह
मोदी जी का कालेधन पर सर्जीकल स्ट्राइक क्या सफल होगा? यदि होगा तो कितना?
सरकार की कालेधन पर कार्यवाही को आंशिक सफलता मिल पायेगी...
क्योंकि कालेधन को सफ़ेद करने के ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनपर सरकार ने फैसले लेने की जल्दबाजी में ध्यान ही नहीं दिया।
आइये जानते हैं राजनेताओं और बड़े व्यापारियों द्वारा उपयोग में लिए गए नॉट एक्सचेंज के संभावित अवसर:
- सभी शहरों में हज़ारो ईमित्र काउंटर है जहां से रोजाना करोड़ों रुपये कलेक्ट्रेट के राजकीय खजाने में गिने चुने कर्मचारियों की देखरेख में जमा होता, यहाँ नोट एक्सचेंज आसानी से हो सकता है... और इसी तरह
- रोडवेज बस स्टैंड
- रेलवे
- सरकारी अस्पताल
- पोस्ट ऑफिस
- बिजली व टेलीफ़ोन डिपार्टमेंट
- ट्रैफिक पुलिस
- इत्यादि अनेको सरकारी विभाग जहां पब्लिक से पैसों का कलेक्शन होता है, वो कालेधन वालों की सेवा में हाजिर है
इन सबके अलावा लोगों ने अपने ID कार्ड कई सरकारी व गैर सरकारी संस्था जैसे ईमित्र, कॉलेज, मोबाइल कंपनियों में दे रखे है, जहां से उनकी कॉपी लेकर बैंक कर्मियों से मिलीभगत कर बैंकों से देश भर में लाखो करोडो रुपये एक्सचेंज किये जा चुके हैं....
और लाइन में खड़ा कई कष्ट सहन करता आम आदमी इस उम्मीद से खुश है कि हमारा देश बदलेगा..!!
इसके अलावा खाद्य सामग्री की स्टॉकिंग व जमीनों की खरीद फरोख्त में भी पैसा ठिकाने लगाया जा रहा है....
यदि अंडरवर्ल्ड, आतंकी और नक्सली भी बिज़नसमेन और नेताओं की मदद से अपना पैसा बचाने के ये रास्ते अपना रहे हैं तो यह देश के लिए बहुत ही खतरनाक स्तिथि हो सकती है... सरकार को इन सब पर भी कड़ी नज़र रखनी चाहिए, वरना आम आदमी जो देश के लिए कष्ट झेल रहा है उसका यह त्याग काफी हद तक व्यर्थ हो जायेगा।
In News:
Rs 2000 new currency notes worth over Rs 4 crore seized by Income Tax dept in Bengaluru
http://indianexpress.com/article/india/bengaluru-income-tax-raid-rs-4-crore-seized-4405135/
~ चेतन सिंह